बांदा, नवम्बर 17 -- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में जिले के 1.27 लाख किसान छले गए। बैंकों ने किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) खाते से करीब पांच करोड़ रुपये प्रीमियम तो काट लिया पर बीमा कंपनी में नहीं जमा किया। इससे उनका बीमा ही नहीं हो सका। अब किसानों की शिकायत पर बैंकों ने काटे गए रुपये तो वापस खातों में डाल दिए। लेकिन किसान क्षतिपूर्ति से वंचित हो गए। बारिश में खराब हुई फसलों का एक रुपये भी मुआवजा नहीं मिल सका। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना इस मकसद से संचालित की गई थी कि दैवीय आपदा से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा किसानों को मिल सके। बुंदेलखंड में कभी खरीफ तो कभी रबी सीजन में ओला, बारिश व पाला से किसानों की फसलों का नुकसान होता है। इस वर्ष अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह में हुई वर्षा ने किसानों की धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया, वहीं बोई गई दलह...