एएफपी, अप्रैल 23 -- बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं की हत्याएं और अत्याचार के बाद अब महिलाओं पर सख्ती की मांग तेज हो रही है। धार्मिक दलों के प्रभावशाली गठबंधन ने महिलाओं से जुड़े सरकारी आयोग को समाप्त करने की मांग की है। यह देश में इस्लामी सोच पर आधारित राजनीति के उभार का नया संकेत माना जा रहा है, खासकर तब जब लंबे समय तक धार्मिक गतिविधियों पर रोक रही थी। महिला आयोग शेख हसीना के शासन के दौरान स्थापित प्रणालियों में सुधार के प्रयासों का हिस्सा है। अगस्त 2024 में छात्रों के नेतृत्व वाले बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों ने हसीना सरकार को उखाड़ फेंका था।क्या है मामला? शेख हसीना ने अपने कार्यकाल में कट्टर धार्मिक संगठनों को कड़ा जवाब देते हुए महिलाओं के अधिकारों को बढ़ाने के लिए एक सरकारी आयोग बनाया था। अब उनके हटने के बाद धार्मिक संगठ...