ढाका, मार्च 5 -- बांग्लादेश में सूफीवाद और उसकी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं पर खतरा मंडरा रहा है। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद से बांग्लादेश में सूफी दरगाहों और खानकाहों पर हमले तेज हो गए हैं, जिनके पीछे कट्टरपंथी इस्लामी संगठनों का हाथ बताया जा रहा है। हाल के महीनों में, 100 से अधिक सूफी मजारों को नष्ट कर दिया गया है, जिससे देश की समन्वित धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान पर सवाल उठने लगे हैं। बांग्लादेश में करीब 12,000 मजार और 17,000 से अधिक सूफी दरगाहें मौजूद हैं, जो लाखों अनुयायियों के लिए आध्यात्मिक केंद्र हैं। हालांकि, सूफी समुदाय की अहिंसक प्रकृति के कारण उन्हें अक्सर कट्टरपंथियों के हमलों का सामना करना पड़ता है। पिछले साल अगस्त में शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद से बांग्लादेश में अस्थिरता बढ़ी है। ...