नई दिल्ली, नवम्बर 17 -- बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को पिछले साल जुलाई में उनकी सरकार के विरुद्ध हुए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के दौरान 'मानवता के विरुद्ध अपराधों' में दोषी पाए जाने के बाद सोमवार को एक विशेष अदालत ने उनकी गैरमौजूदगी में फांसी की सजा सुनाई। अदालत के न्यायाधीश गोलाम मोर्तुजा मोजुमदार ने फैसले को सुनाते हुए कहा कि हसीना को 'तीन मामलों में दोषी ठहराया गया है', जिसमें उकसावे का काम, हत्याओं का आदेश देना और अत्याचारों को रोकने में विफलता शामिल है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हमने उन्हें केवल एक ही सजा देने का फैसला किया है- वह है मृत्युदंड।ड्रोन और हेलीकॉप्टरों के इस्तेमाल का आदेश दिया अदालत ने अपने फैसले में यह भी उल्लेख किया कि साक्ष्य मौजूद हैं जो दर्शाते हैं कि हसीना ने खुद ढाका में प्रदर्शनकारियों पर ड्रो...