रायबरेली, सितम्बर 13 -- सरेनी,संवाददाता। थाना क्षेत्र के सोतवा खेड़ा गांव में बांग्लादेशी नागरिक नहीं बल्कि बीते 40 वर्षों से नट बिरादरी के लोग रहते हैं। एसडीएम की जांच के बाद यह तथ्य उभर कर सामने आया है। जबकि दो दिन पहले सोतवाखेड़ा गांव के एक व्यक्ति ने जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र देकर कहा था कि गांव में बांग्लादेशी नागरिक बस गए हैं। इस पर जिलाधिकारी ने एसडीएम लालगंज मिथलेश त्रिपाठी को जांच करने का आदेश दिया। बीते शुक्रवार की रात करीब डेढ़ बजे एसडीएम मिथिलेश त्रिपाठी पुलिस बल के साथ सोतवाखेड़ा गांव पहुंचे तो सभी नट बिरादरी के लोग अपने-अपने छप्परों में सोते मिले। शनिवार सुबह तहसीलदार शिवम सिंह राठौर, कोतवाल रमेशचंद्र यादव को लेकर गांव पहुंचे और दोबारा जांच किया तो पता चला कि बीते करीब 40 वर्षों से खलिहान की जमीन में नट बिरादरी के लोग झोपड़िय...