मथुरा, अक्टूबर 19 -- वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर के गर्भगृह में 54 साल से बंद तोशाखाना का दरवाजा आखिरकार शनिवार को खोला गया। हालांकि उम्मीद जताई जा रही थी कि दरवाजे के पीछे से बड़ा खजाना मिलेगा। लेकिन तोशाखाना के दूसरे दिन भी कुछ खास नहीं मिला। कमेटी सदस्य दनेश गोस्वामी के मुताबिक तोशाखाना में कल मिले बड़े बक्शे में एक सोने और दो चांदी की छड़ी गुलाल लगी हुई मिलीं। सोने की छड़ी की लंबाई चार फुट है। वहीं, तहखाना खाली है और नहीं मिला है। दरअसल, उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद बांके बिहारी मंदिर का खजाना शनिवार को खोला गया। जिला प्रशासन द्वारा गठित उच्च अधिकार प्राप्त समिति के नेतृत्व में खजाना खोला गया लेकिन खजाने में कोई भी कीमती सामान नहीं मिला है। कई घंटों तक खजाने के लिए तहखाने में काफी खोजबीन की गई। खोजबीन में अभी तक सिर्फ दो बक्से मिल...