विष्णु शर्मा, नवम्बर 5 -- जैसे-जैसे ठंड के मौसम दस्तक दे रहा है, वैसे-वैसे मंदिरों और देवालयों में भी सर्दी की तैयारियाँ शुरू हो गई हैं। आराध्य ठाकुरजी को सर्दी से बचाने के लिए विशेष प्रकार की सेवाएं आरंभ हो रही हैं। अब ठाकुरजी को पतले रेशमी और सूती वस्त्रों की जगह गर्म ऊनी पोशाक, रजाई, कंबल और टोपी जैसे सर्दियों के शृंगार से सजाया जा रहा है। हर वर्ष की तरह इस बार भी कार्तिक पूर्णिमा से मंदिरों में ठाकुरजी की सर्दकालीन सेवा व्यवस्था में परिवर्तन किए जा रहे हैं। धर्मनगरी के लगभग सभी मंदिर-देवालयों में ठाकुरजी के लिए सर्दियों के विशेष शृंगार तैयार किए जा रहे हैं। ठाकुरजी के लिए रेशमी, ऊनी, मखमली और रेशमी धागों से कढ़ाईदार वस्त्र बनवाए जा रहे हैं। सेवा भावी भक्तों द्वारा मंदिरों में ही हाथ से बुने कंबल, रजाइयाँ और पोशाकें भेंट की जा रही हैं।...