बांका, जुलाई 7 -- बांका,निज संवाददाता। मुहर्रम पर्व महीने के दसवीं रोज जिसे आशुरा भी कहा जाता है ,पहलाम के साथ संपन्न होता है। मुहर्रम को इस्लाम समुदाय के लोग अन्याय के खिलाफ न्याय और झूठ के खिलाफ सत्य की जंग लड़ते हुए कर्बला के मैदान में क्रूर शासक यजीद के सेना के खिलाफ लड़ते हुए मोहम्मद ईमाम हुसैन और उनके भाई हसन के साथ ही अन्य साथियों के शहादत पर उन्हें याद करते हुए मातम के रूप में मनाया जाता है।सिया मुसलमान ताजिया निशान निकालकर विभिन्न अखाड़ों के तहत पहलाम करते हुए मातम मनाते हैं जबकि सुन्नी उनकी याद में मातम की जगह रोजा रखते हुए प्रार्थना करते हैं।बांका टाउन थाना क्षेत्र में कुल 49 लाइसेंसधारी अखाड़ों का पहलाम के लिए ताजिया निशान के साथ जुलुश अपने अपने खलीफा के नेतृत्व में निकाला गया। रविवार को सुबह चार बजे से ही दस बजे दिन तक सड़कों...