सहारनपुर, जुलाई 19 -- सहारनपुर सावन मास में भक्तों की आस्था अपने चरम पर है। इसी दौरान करनाल (हरियाणा) की बहू अंजलि ने अपनी सास प्रसन्नी देवी को कांवड़ में बैठाकर सेवा और श्रद्धा की एक प्रेरणादायक मिसाल पेश की है। अंजलि ने पति बलवान के साथ हर की पैड़ी पर गंगाजल भरा और सास को कांवड़ में बैठाकर कांवड़ यात्रा शुरू की। अंजलि ने बताया कि माता-पिता का स्थान भगवान से भी बड़ा होता है। वे कहती हैं, जो लोग माता-पिता की सेवा नहीं करते, भगवान भी उनसे प्रसन्न नहीं हो सकते। इसलिए माता-पिता की सेवा सच्ची श्रद्धा है। पति बलवान ने भी अपनी पत्नी की इस सेवा भावना की खुले दिल से तारीफ की। उन्होंने कहा कि आज के कलयुग में भी ऐसे लोग हैं जो अपने माता-पिता की तन-मन-धन से सेवा करते हैं। सहारनपुर पहुंचकर बहू और पति की यह सेवा भावपूर्ण यात्रा लोगों के लिए एक संदेश ब...