पूर्णिया, मई 26 -- जलालगढ़, एक संवाददाता। हृदय परियोजना के माध्यम माध्यम से संचालित प्रशिक्षण में किसानों को खेती से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। इस प्रशिक्षण में श्रीनगर प्रखंड के हृदय परियोजना द्वारा चयनित छह गांवों के 40 किसानों ने भाग लिया। कृषि विज्ञान केंद्र जलालगढ़के वैज्ञानिक डॉ. गोविन्द कुमार ने बताया कि बहुस्तरीय पद्धति से खेती करना आज के समय मे ना केवल अनिवार्य हो गया है बल्कि समय के साथ साथ किसानों को कम जगह और कम लागत मे अधिक उत्पादन लेने का बहुत ही आसान पद्धति है। इसके अलावा बहुस्तरीय पद्धति से खेती करने से किसानों को लागत तीन से चार गुना कम होती है, जबकि मुनाफा 8 गुना ज्यादा मिलता है। फसलों को एक-दूसरे से पोषक तत्व मिल जाते हैं। जमीन में जब खाली जगह नहीं रहती है तो खरपतवार भी नहीं निकलते हैं। एक फसल में जितनी खाद ड...