औरंगाबाद, जून 24 -- बहादुरी का अर्थ डर का न होना नहीं, बल्कि उसे जीत लेने की दृढ़ इच्छाशक्ति है। विनय पासवान जैसे लोगों को देखकर यही सत्य सामने आता है। भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, दाउदनगर के सचिव डॉ. प्रकाश चंद्रा ने कही। विनय पासवान को दाउदनगर का नायक बताते हुए कहा कि जब समाज संकट में होता है, तो कुछ लोग बिना हिचक आगे बढ़कर ऐसी मिसाल कायम कर जाते हैं जो उन्हें साधारण से असाधारण बना देती है। दरअसल, अमृत बिगहा वार्ड संख्या-1 निवासी विनय पासवान ने हाल ही में सच्ची मानवता का परिचय दिया। अपनी सासु मां के निधन और अंतिम संस्कार की थकावट से लौटने के तुरंत बाद उन्होंने खबर पाई कि वार्ड संख्या 7 के निवासी कमलेश राम की दादी का भी देहांत हो गया है। वे सामाजिक जिम्मेदारी समझते हुए अंत्येष्टि में शामिल होने कालीघाट सोन नदी पहुंचे। यहीं पर अचानक माहौल तब...