घाटशिला, अगस्त 7 -- बहरागोड़ा। बुधवार को बहरागोड़ा आदिवासी कला सांस्कृतिक भवन में माझी परगना महाल बहरागोड़ा की ओर से झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं दिशोम गुरु शिबू सोरेन के सम्मान में शोकसभा का आयोजन किया गया। इस शोक सभा का नेतृत्व मूलुक पाराणिक शास्त्री हेंब्रम ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत दिवंगत शिबू सोरेन के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई। उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण किया गया। इस अवसर पर शास्त्री हेंब्रम ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन का झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने में ऐतिहासिक योगदान रहा है। उन्होंने आदिवासियों, किसानों, मजलूमों और झारखंडी अस्मिता के लिए आजीवन संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि भले ही गुरुजी अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी आदर्श विचारधारा और जीवन मूल्यों से आने वाली पीढ़िय...