बहराइच, अक्टूबर 26 -- तेजवापुर, संवाददाता। बौंडी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत नौशहरा स्थित मसुरिहा माता मंदिर परिसर में आयोजित रामलीला महोत्सव में नारद मोह लीला का मंचन किया। लीला देख दर्शक आनंदित हो उठे। कलाकारों ने दिखाया कि नारद जी तपस्या करने बैठ जाते हैं। उनकी घोर तपस्या से राजा इंद्र का सिंहासन हिलने लगता है। तब उनकी चिंता सताने लगती है। इंद्रदेव नारद जी की तपस्या को भंग करने के लिए सुंदर अप्सराओं को भेजते हैं, पर वह अप्सराएं भी नारद की तपस्या को भंग नहीं कर पाती हैं। लीला में वह कामदेव को नारद की तपस्या को भंग करने के लिए भेजते हैं पर कामदेव भी हर प्रकार का जतन करने के बाद भी तपस्या को भंग नहीं कर पाते हैं।तब नारद जी को इसी बात का घमंड हो जाता है। नारद के इसी घमंड को चूर करने के लिए राजा की लड़की के विवाह का आयोजन करते हैं। नारद वहा...