बहराइच, नवम्बर 27 -- बहराइच, संवाददाता। ब्लॉक चित्तौरा, हुजूरपुर, तेजवापुर और बिछिया के लगभग 50 ग्राम पंचायतों में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत देहात इंडिया की ओर से जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। टीम ने गांव-गांव पहुंचकर महिलाओं, बच्चों, किशोरियों, युवाओं एवं समुदाय के सभी वर्गों को बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया। देर शाम कैंडल मार्च निकाल कर बाल विवाह रोकने की शपथ दिलाई। जिला समन्वयक गुड़िया देवी ने कहा कि बाल विवाह बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और भविष्य पर गंभीर असर डालता है और खासकर बच्चियों के सपनों को अधूरा कर देता है। बाल विवाह एक सामाजिक बुराई और गैरकानूनी कृत्य है। लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष और लड़कों की 21 वर्ष तय की गई है। इससे कम उम्र में की गई शादी को बाल विवाह माना जाता ह...