लखनऊ, अगस्त 11 -- जिला कारागार में रक्षा बंधन पर पहुंची बहनों ने बंदी भाईयों के माथे पर टीका लगाकर कलाई में राखी बांधी और मुंह मीठा कराया। बहनों ने भाई की लंबी उम्र और जल्द रिहा होने की कामना की। इस भावुक क्षण में कई बंदियों की आंखें नम हो गई। बहुत से बंदियों ने बहनों से भरोसा दिलाया कि वो जेल से छूटने के बाद जुर्म को छोड़ देंगे। जेल में बंद बेटे मनीष से मिलने आयी सआदतगंज निवासी बुजुर्ग शकुंतला को मायूस होकर लौटना पड़ा। मनीष के जेल में न मिलने पर जेल प्रशासन ने दस्तावेजों की पड़ताल करायी तो पता चला कि वह एक वर्ष पहले ही जेल से छूट चुका है। मां ने बताया कि अभी तक वह घर नहीं पहुंचा है। जेल प्रशासन ने रक्षाबंधन पर खुली मुलाकात के चलते पंजीकरण के लिये अलग से कांउटर और सुरक्षा के भारी इंतजाम किये थे। शनिवार छह बजे ही भारी संख्या बहने जेल पर पह...