बिजनौर, अगस्त 11 -- थाना शिवालाकलां के गांव सरकथल में रविवार सुबह राखी के त्योहार की मिठास गहरे मातम में बदल गई। शनिवार को ही ससुराल से मायके आई सविता और रूपा ने अपने भाइयों छत्रपाल, कशिश और हिमांशु को राखी बांधी थी। बहनों की विदाई अभी बाकी थी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। बहनों को विदा करने से पहले ही तीनों भाई इस दुनिया से हमेशा के लिए विदा हो गए। धर्मवीर सिंह और हरि सिंह दो भाई है। धर्मवीर सिंह बड़े हैं और पूर्व प्रधान भी रह चुके हैं। धर्मवीर सिंह चार बच्चे दो बेटे और दो बेटी हैं। जिनमें छत्रपाल सिंह, दो बेटी सविता, रूपा व बेटा विपिन है। जबकि हरि सिंह के दो बेटे कशिश उर्फ आशीष व हिमांशु थे। चचेरे भाई कशिश उर्फ आशीष और हिमांशु अपने पिता के इकलौते सहारे थे। दोनों की कोई बहन नहीं थी, इसलिए सविता और रूपा ही उन्हें भी राखी बांधती थीं...