जैसलमेर, अक्टूबर 16 -- जैसलमेर में हुए भीषण बस अग्निकांड के बाद अब नए खुलासे लगातार सामने आ रहे हैं। इस हादसे ने न सिर्फ 21 जिंदगियों को लील लिया, बल्कि परिवहन विभाग की लापरवाहियों और फर्जीवाड़ों की पोल भी खोल दी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जिस बस में आग लगी थी, उसका रजिस्ट्रेशन चित्तौड़गढ़ जिला परिवहन कार्यालय में नॉन-एसी बस के रूप में हुआ था, लेकिन बस मालिक ने नियमों की अनदेखी कर उसे एसी बस में मॉडिफाई करवा लिया था। मंगलवार (14 अक्टूबर) को जैसलमेर से कुछ ही दूरी पर एक निजी स्लीपर बस (RJ 09 PA 8040) में लगी आग ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया। हादसे में महिलाएं और बच्चे सहित 21 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई यात्री गंभीर रूप से झुलसे हैं। अब इस घटना की जांच में एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) की भी एंट्री हो चुकी है। आरोप है कि कुछ ...