लखनऊ, मई 15 -- बस में आग लगी तो चालक और हेल्पर बिना सवारियों को जगाए कूदकर भाग निकले। आग की लपटें बढ़ने पर लोगों को जानकारी हुई। जान बचाने के लिए कोई चार्जर, तो कोई जूता, बैग के हैंडल से प्रहार करके कांच तोड़ने का प्रयास करने लगे। इसमें लोगों को काफी देर लग गई। इस बीच आग काफी बढ़ चुकी थी। अगर ड्राइवर-हेल्पर शुरुआत में ही सवारियों को बता देते तो लोगों की जान बच सकती थी। जलने से हुई पांचों की मौत, पुलिस ने भाड़ा देकर भेजे शव देवराज, साक्षी, लक्खी देवी, सोनी और मधुसूदन की मौत जलने से ही हुई। पोस्टमार्टम में पांचों की मौत का कारण जलना आया है। पुलिस ने अपने खर्च पर दो एंबुलेंस किराए पर कीं। एंबुलेंस चालकों को भाड़ा दिया। पोस्टमार्टम के बाद सभी के परिवारीजनों के साथ शवों को बिहार उनके गृह जनपद के लिए रवाना कर दिया गया। मधुसूदन के घर से उनका कोई...