लखीमपुरखीरी, अक्टूबर 2 -- खीरी में जंगल से निकलकर बस्ती की ओर आए तेंदुओं के पगमार्क भी एक कहानी बता रहे हैं। इन पगमार्कों के जरिए तेंदुओं के स्वभाव की जांच हो रही है। उसका स्केच बनाकर एक्सपर्ट को भेजा गया है। सोमवार रात को दक्षिण खीरी के शारदानगर वन रेंज में तेंदुए ने हमला कर एक आठ साल की बच्ची की जान ले ली थी। इसके बाद वन विभाग ने तेंदुआ के पगमार्क की चेकिंग की। खेतों के पास मिले पगमार्क में पंजे के साथ नाखून का निशान भी बना मिला। जानकार कहते हैं कि आम तौर पर तेंदुए नाखून पंजे के अंदर ही रखते हैं। ऐसे कम ही मौके होते हैं, जब वे अपने नाखून को निकाल सकें। जानकारों का कहना है कि तेंदुए आक्रमक और गुस्सैल स्वभाव के कारण ही पंजे से अपना नाखून निकालते हैं। आशंका जताई जा रही है कि बच्ची को खींचकर ले जाने वाला तेंदुआ आक्रमक स्वभाव का है। वन विभाग...