बस्तर, मई 29 -- केंद्र सरकार के नक्सलवादमुक्त अभियान के बीच यह खबर किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। एक समय माओवादी उग्रवाद के गढ़ माने जाने वाले बस्तर और कोंडागांव को अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वामपंथी उग्रवाद (LWE) प्रभावित जिलों की सूची से हटा दिया है। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे अभियान में यह एक बड़ा मोड़ है। यह फैसला माओवादी महासचिव बसवाराजू और 27 अन्य माओवादियों के पड़ोसी नारायणपुर जिले में मारे जाने के एक हफ्ते बाद आया है। बस्तर कम से कम 25 सालों से LWE-प्रभावित जिलों की सूची में शामिल था। अब बस्तर और कोंडागांव को 'विरासत और जोर वाले जिलों' (Districts Of Legacy and Thrust) के रूप में उप-श्रेणीबद्ध किया गया है। इसका मतलब है कि इन इलाकों में माओवादी गतिविधियां काफी हद तक कम हो गई हैं। बस्तर रेंज के आईजी पी.सुंदरराज ने टीओआ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.