नई दिल्ली, मार्च 15 -- पाकिस्तान में अलगाववादी विद्रोह की आग अब बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा से आगे बढ़कर सिंध प्रांत तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि बलूच विद्रोही संगठनों और सिंध में सक्रिय सिंधुदेश रिवोल्यूशनरी आर्मी (एसआरए) के बीच गठजोड़ बनने के आसार हैं, जिससे पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा और चीन के निवेश पर गंभीर असर पड़ सकता है।बलूच विद्रोहियों का संगठित हमला पिछले हफ्ते 11 मार्च को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के लड़ाकों ने 440 यात्रियों से भरी ज़ाफर एक्सप्रेस को अगवा कर लिया था। इससे पहले, बीएलए ने बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) और बलूच रिपब्लिकन गार्ड्स (बीआरजी) के साथ मिलकर एक नई गठबंधन सेना 'नेशनल आर्मी ऑफ बलूचिस्तान' बनाने की घोषणा की थी। अब इस संगठन में सिंध की विद्रोही सेना एसआरए...