बलिया, सितम्बर 8 -- बलिया, संवाददाता। प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बलराम गार्डन में चल रहे 22वें पुस्तक मेला में जिले के सहतवार कस्बा की निवासी नवोदित लेखिका और प्रख्यात समीक्षक डॉ. रिंकी पाठक की कृति 'हिन्दी साहित्य एवं विविध विमर्श का लोकार्पण हुआ। पुस्तक के लेखन में कौन सी बातें मूल में रहीं और पुस्तक में किन विमर्शों पर बात की गई है, इस पर उन्होंने अपना वक्तव्य भी दिया। मुख्य अतिथि न्यायाधीश अशोक चौधरी ने डॉ. रिंकी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। डॉ. विद्यासागर उपाध्याय ने कहा कि बलिया जनपद अनादि काल से साहित्यिक क्षेत्र की उर्वर भूमि रहा है। उस कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है। मुख्य वक्ता बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के कला संकाय के डीन प्रो. पुनीत बिसारिया ने कहा कि एक समीक्षक के रूप में स्थापित लेखिका का यह अमूल्यवान ग्रन्थ उनकी आलोचना...