लखनऊ, अगस्त 19 -- बलरामपुर अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला मरीज को बेहतर इलाज देने के बजाए दूसरे अस्पताल तक दौड़ाया। जब वहां से महिला को वापस बलरामपुर भेज दिया गया तो पति ने संबंधित डॉक्टर से अपनी शिकायत दर्ज की। पति का आरोप है कि इस पर डॉक्टर गुस्सा गए और जबरन महिला को डिस्चार्ज कर दिया। पीड़ित पति ने बलरामपुर अस्पताल प्रशासन से मामले की शिकायत की है। अफसरों ने जांच के आदेश दिए हैं। वृंदावन योजना निवासी मृत्युजंय मिश्रा की पत्नी हिमांशी (25) को उल्टी, पेट दर्द की शिकायत थी। परिवारीजन उसे लेकर सोमवार सुबह बलरामपुर की इमरजेंसी में पहुंचे। इमरजेंसी से हिमांशी को सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक के वार्ड में शिफ्ट कर दिया। पति मृत्युजंय का आरोप है कि करीब छह घंटे तक मरीज को देखने के लिए कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा। नर्स ही मरीज को बेड पर इलाज देती रही। पति ने ...