पीलीभीत, मार्च 2 -- पिछले दिनों विकास भवन में चिकित्सा प्रतिपूर्ति की संस्तुतिशुदा फाइल क्लीयर करने के नाम पर पचास हजार की रिश्वत लेते धरे गए प्रधान सहायक संजय कुमार तोमर के जेल जाने के बाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली की दो सदस्यीस टीम एक बार फिर पहुंची तो खलबली मच गई। दरअसल टीम ने यहां आकर जरूरी अन्य साक्ष्य जुटाए। डीपीआरओ समेत अन्य अधिकारियों से भी मुलाकात की। भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली की टीम ने 21 फरवरी को अपराहन में सेवानिवृत्त ग्राम पंचायत अधिकारी राजीव कुमार सक्सेना की शिकायत पर ट्रैप का जाल बिछा कर संजय कुमार तोमर को धर लिया था। इसके बाद संजय कुमार तोमर को जेल भेजा गया था और उन्हें सीडीओ केके सिंह ने बरेली से रिपोर्ट आने पर निलंबित कर दिया था। पूरे मामले में अब तक की पूरी कार्यवाही का घटनाक्रम और उनसे जुड़े साक्ष्यों को जुटान...