मिर्जापुर, मार्च 11 -- मिर्जापुर, संवाददाता। माह-ए-रमजान में हर रोजेदार खुदा की इबादत में मशगूल है, मस्जिदें रोशनी और श्रद्धा से जगमगा रही हैं। हर तरफ तरावीह की गूंज सुनाई दे रही है और कुरान की तिलावत से फिजा में रूहानी असर महसूस किया जा रहा है। मस्जिदों के साथ घरों में भी इबादत का माहौल है, जहां हर उम्र के लोग सजदा कर खुदा की रहमत और मगफिरत की दुआ मांग रहे हैं। इमाम अबुतलहा बताते हैं कि रमजान के महीने को तीन अशरों में बांटा गया है- पहला रहमत, दूसरा मगफिरत और तीसरा निजात। इस वक्त अल्लाह अपने बंदों पर रहमत बरसा रहा है, उनकी दुआओं को कबूल कर रहा है और उन्हें रोजे की ताकत दे रहा है। रोजेदार इबादत में लीन हैं और खुदा उनके नेकियों के खाते को बढ़ा रहा है। खुदा की रहमत से रोशन माह-ए-रमजान इमाम अबुतलहा ने बताया कि अल्लाह अपने बंदों को आजमाने के ल...