अलीगढ़, नवम्बर 3 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। उम्र 92 साल...। आखिरी मुकदमा साल 1960 में लिखा गया था। हिस्ट्रीशीट खुली, जिसके बाद हर माह थाने में हाजिरी लगानी पड़ती या अक्सर पुलिस घर भी आ जाती थी। अब पुलिस ने मुझे 'आजाद' कर दिया। अच्छे से बुढ़ापा कट जाएगा। ये कहना था शहर के सुजात अली, जो अब हिस्ट्रीशीटर के 'दंश' से मुक्त हो चुके हैं। अलीगढ़ पुलिस ने कुल 130 ऐसे हिस्ट्रीशीटरों की हिस्ट्रीशीटर बंद कर दी है, जिनकी उम्र 70 साल से अधिक है। ऐसे में अब इन्हें कोतवाली में हाजिरी नहीं लगानी पड़ेगी। लगातार अपराध में संलिप्त रहने वाले सक्रिय अपराधियों की पुलिस की ओर से हिस्ट्रीशीट खोली जाती है। इसके बाद उन्हें थाने में हाजिरी लगानी पड़ती है। जिले में करीब ढाई हजार हिस्ट्रीशीटर हैं। एसएसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि हिस्ट्रीशीटरों की समीक्षा की गई, ...
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