हरिद्वार, जून 22 -- दासोंवाली में एक साल पहले आग से वन गुर्जर परिवारों के मकान जल गए थे। वर्तमान में वह तिरपाल के नीचे जीवन गुजारने को मजबूर हैं। इस समय यहां करीब 30 परिवार रह रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्हें दोबारा घर बनाने की अनुमति नहीं मिल रही, जिससे बरसात के सीजन में उन्हें परेशानी झेलनी पड़ेगी। 12 जून 2024 को दासोंवाली की गुर्जर बस्ती में आग लगने से दो दर्जन से अधिक झोपड़ियां जल गई थीं। पीड़ितों का आरोप है कि वन विभाग उन्हें पुनः मकान निर्माण की अनुमति नहीं दे रहा और टांटवाला (दूधला दयालवाला) क्षेत्र में स्थानांतरित करने का दबाव बना रहा है, जो उनके अनुसार जलभराव क्षेत्र है। स्थानीय निवासियों युसूफ, सद्दाम, लियाकत, सफी, रफी, गामू, मीर हमजा और शहजाद ने बताया कि उन्होंने विभाग को तीन वैकल्पिक स्थल गेंडीखात्ता, नहर पटरी क...