कोडरमा, जुलाई 17 -- मरकच्चो, निज प्रतिनिधि। प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में बरसात के दिनों में सर्पदंश की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। हालात इतने गंभीर हैं कि एक दिन पहले ही सर्पदंश से एक बिरहोर बच्ची की मौत हो चुकी है। मरकच्चो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एंटी-वेनम की उपलब्धता तो है, लेकिन उसे देने के लिए प्रशिक्षित चिकित्सक नहीं हैं। ऐसे में सर्पदंश पीड़ितों को 40 किलोमीटर दूर सदर अस्पताल रेफर किया जाता है, जिससे इलाज में देरी जानलेवा साबित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में जागरुकता की कमी के कारण लोग आज भी झाड़-फूंक का सहारा ले रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस दिशा में किसी भी तरह का जागरूकता कार्यक्रम नहीं चलाया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्पदंश से होने वाली मौतों को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाना बेहद जरूरी है, ताकि लो...