हजारीबाग, जून 4 -- हजारीबाग, हमारे प्रतिनिधि। जिले में एक और बरसात के आगमन की प्रतीक्षा किसान कर रहे है। वहीं दूसरी ओर पशुओं के बीमार होने से पशुपालक किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। पशु दस्त, बुखार और संक्रमण के चपेट में आ रहे हैं। पशुपालक अपने पशुओं को कहां इलाज कराए। यह बड़ा सवाल बना हुआ है। जबकि किसानों के लिए पशुपालन उनकी आजीविका का महत्वपूर्ण हिस्सा है। किसानों के लिए खेती बाड़ी के सीजन में पशुओं का महत्व बढ़ जाता है। लेकिन पशुपालन विभाग राम भरोसे चल रहा हैं। जिला पशुपालन विभाग में डॉक्टर और कर्मियों की भारी कमी है। पद सृजन के हिसाब से 30 प्रतिशत पशु चिकित्सक की कमी है। जिले में प्रखंड पशु चिकित्सा पदाधिकारी के 10 पद सृजित हैं। जिसमें पांच पद खाली है। इसी तरह 16 भ्रमणशील चिकित्सा पदाधिकारी के पद सृजित हैं। जिसके विरुद्ध 10 भ्रमण शील चिकि...
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