दरभंगा, सितम्बर 7 -- जलवायु परिवर्तन का असर अब जिलेभर में और स्पष्ट रूप से महसूस किया जा रहा है। हालत यहां तक पहुंच गयी है कि बरसात के मौसम में भी पेयजल संकट गहराने लगा है। ग्लोबल वार्मिंग से होने वाले खतरे को लेकर समाज के शिक्षाविदों व पर्यावरणविदों ने अपनी चिंताएं साझा की हैं। इन लोगों ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों के अधिकतर हैंडपंप सूख गए हैं या पानी देना बहुत कम कर दिया है। इसका परिणाम है कि लोग पेयजल के लिए धड़ाधड़ सबमर्सिबल लगाने लगे हैं। एचके श्रीवास्तव बताते हैं कि इससे भू-जल का बड़े पैमाने पर दोहन होने लगा है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण मौसम का पैटर्न भी तेजी से बदल रहा है। कहीं बाढ़ का प्रकोप है तो कहीं सूखे जैसी स्थिति बन रही है। यही वजह है कि कृषि, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक जीवन पर इसका गहरा असर पड़ र...
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