मिर्जापुर, जुलाई 28 -- जिगना, हिन्दुस्तान संवाद। श्रावण मास के तीसरे सोमवार को बाबा बदेवरानाथ धाम में 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर पूण्य प्राप्त किया। हर-हर, बम-बम के जयघोष से मंदिर परिसर गुंजायमान रहा। भोर में आरती पूजन के पहले विल्वपत्र, धतूरा, शमी पत्ता, बेला-चमेली, गेंदा व गुलाब के फूलों से भोलेनाथ की भव्य झांकी सजाई गई। लोक मान्यता है कि बदेवरानाथ धाम में हवन कुंड की भभूत के सेवन से गठिया व बताश जैसे असाध्य रोगों से मुक्ति मिल जाती है। हवन कुंड की भभूत की पोटली बांधने वालों का तांता लगा रहा। मंदिर के पूजारी महेंद्र गोस्वामी ने बताया कि विल्वपत्र शिव जी को बहुत ही प्रिय है। पुराणों में वर्णित है कि विल्व के त्रिपत्र ऋग्वेद, यजुर्वेद व सामवेद हैं। विल्वपत्र पृथ्वी का कल्पवृक्ष है। दो बजे दिन तक यहां दर्शनार्थियों की कतारे...