हापुड़, फरवरी 14 -- हापुड़, हापुड़ शहर को पहले हरिपुर के नाम से जाना जाता था। राजा हरि सिंह ने साल 1983 में हापुड़ को हरिपुर के नाम से बसाया था। कुछ समय बाद इसका नाम बदलकर हापुड़ रख दिया गया। लेकिन इतना पूराना शहर होने के बावजूद भी शहर की करीब 25 हजार आबादी आज भी नर्क जैसा जीवन जीने को मजबूर है। सड़कों की बदहाल स्थिति, पानी निकासी जैसे सुविधाएं भी लोगों को नहीं मिल पा रही है, ऐसे में आम जनता त्रस्त है। सरकारी हुक्मरान और जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाने पर भी समस्या का हल नहीं हो रहा हैं। शहर की करीब 20 से 25 हजार की आबादी स्वर्ग आश्रम रोड स्थित दोयमी फाटक के आसपास रहती है। इसमें लगभग करीब आधा दर्जन कालोनी है। लेकिन इन कालोनियों के अंदर और मुख्य रास्तों पर लोगों को मूलभुत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं। सड़कों की स्थिति यह है कि सड़क पर सड़क कम और ...