नई दिल्ली, अक्टूबर 15 -- दिल्ली के 33 श्याम नाथ मार्ग पर स्थित वह बंगला, जो पिछले दो दशकों से खाली पड़ा था और जिसे 'शापित' माना जाता है, अब जल्द ही नया मेहमान पा सकता है। खबर है कि दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री रविंदर इंद्रज इस ऐतिहासिक बंगले में रहने की योजना बना रहे हैं। लेकिन क्या वह इसकी बदनामी को चुनौती दे पाएंगे, या यह बंगला अपनी 'मनहूस' छवि को और मजबूत करेगा?बंगले की बदनामी की कहानी 1920 के दशक में बना यह दो मंजिला औपनिवेशिक बंगला कभी दिल्ली के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास के रूप में बनाया गया था। लेकिन इसकी बदनामी की शुरुआत तब हुई, जब 1952 में दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री चौधरी ब्रह्म प्रकाश यहां आए। उनका कार्यकाल पूरा होने से पहले ही 1955 में खत्म हो गया। इसके बाद 1993 में जब दिल्ली में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की व्यवस्था शुरू हुई...