नई दिल्ली, जुलाई 5 -- बारिश की दस्तक के साथ ही बालों से जुड़ी परेशानियां भी हमला करने लगती हैं। रूसी बढ़ जाती है, स्कैल्प में चिपचिपाहट रहती है और बालों का टूटना भी बढ़ जाता है। जानकारों की मानें तो मानसून की दस्तक आहट के साथ ही बालों के टूटने की समस्या में 30 फीसदी तक इजाफा हो जाता है। आमतौर पर जहां हर रोज हमारे 50 से 60 बाल टूटते हैं, वहीं बारिश के मौसम में यह संख्या बढ़कर 250 या उससे भी ज्यादा हो जाती है। ऐसे में जरूरत है, मौसम के हिसाब से अपने हेयर केयर रूटीन में बदलाव की।क्यों झड़ते हैं बाल? हेयर एक्सपर्ट बीनू देहिनवाल बताती हैं कि मानसून में नमी ज्यादा होती है, जिसकी वजह से सिबेशियस ग्लैंड ज्यादा तेल का उत्पादन करती है। इस तेल को हम सीबम कहते हैं। ज्यादा सीबम के कारण स्कैल्प चिपचिपी बनी रहती है और धूल व गंदगी को अपनी ओर ज्यादा आकर्ष...