सिद्धार्थ, दिसम्बर 20 -- सिद्धार्थनगर, निज संवाददाता। बदलती जीवनशैली और बिगड़े खान-पान के चलते जिले में यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या तेजी से आम होती जा रही है। मीट, राजमा, गोभी जैसे प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थों के अधिक सेवन से बनने वाला रसायन यूरिक एसिड खून में पहुंचकर कई गंभीर बीमारियों का कारण बन रहा है। जब शरीर में प्यूरीन की मात्रा तय सीमा से अधिक हो जाती है और किडनी उसे पूरी तरह फिल्टर नहीं कर पाती, तो रक्त में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। यहीं से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां शुरू हो जाती हैं। ये बातें माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. विमल कुमार द्विवेदी ने कही। वह बताते हैं कि यूरिक एसिड बढ़ना केवल जोड़ों के दर्द तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह किडनी की कार्यप्रणाली को भी प्रभावित करता है। लंबे समय तक ...