बुलंदशहर, फरवरी 4 -- ग्लोबल वार्मिग का असर फसलों पर साफ देखने को मिलेगा। मौसम का मिजाज ऐसे ही रहा तो गेहूं की फसल में समय से बालियां आ जाएंगी और उत्पादन गिर जाएगा। इसके अलावा गेहूं के दाने भी कममोर रहेंगे। सबसे ज्यादा गेहूं की फसल को देख कर किसान चितिंत हैं। किसान जिले के कृषि वैज्ञानिकों के पास फोन कर उनसे जानकारी ले रहे हैं। इस समय गेहूं की फसल काफी तैयार हो चुकी है उधर तापमान में भी दिन-प्रतिदिन इजाफा हो रहा है तो जल्द बालियां निकलना खतरे से खाली नहीं हैं, इससे किसानों की फसल का उत्पादन गिर जाएगा। दो लाख के आस-पास जिले में गेहूं का रकबा है। आधे दिसंबर व जनवरी में अपेक्षकृत ठंड कम पड़ी है सर्दी कम होने के कारण ऐसा हो रहा है। वहीं, आधे दिसंबर तक तापमान भी काफी कम रहा है। इसके अलावा सरसों की फसल पर भी मौसम की मार पड़ेगी गर्मी अत्याधिक होने...