बदायूं, मार्च 16 -- शहर से देहात तक अगर बिजली की समस्या हो जाए तो उसे ठीक कराने के लिए उपभोक्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वजह है कि समस्या समाधान करने वाले न तो अधिकारी फोन उठाते हैं और न ही कर्मचारी। उपकेंद्र पर बनाए गए कंट्रोल रुम का भी बिजली गुल होते ही फोन बिजी आने लगता है। किसी तरह अगर किसी अधिकारी या कर्मचारी का फोन उठ भी जाए तो वह शिकायत दर्ज कराने की बात कहकर जिम्मेदारी से अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। जिम्मेदारों के लापरवाह रवैये के कारण उपभोक्ताओं में आक्रोश पनपने लगा है। विद्युत निगम के अधिकारियों ने होली पर्व पर 24 घंटे बिजली आपूर्ति देने का दावा किया था। इसके बाबजूद होली के दिन शहर से देहात तक कई बार बिजली कटौती की गई। शहर में होली के दिन शाम सात बजे बिजली गुल हो गई। इसके बाद रात 11 बजे आपूर्ति बहाल हो सकी। इसके अ...