मेरठ, नवम्बर 4 -- वेदव्यासपुरी योजना में जमीन के बढ़े प्रतिकर और मुआवजे की मांग को लेकर पिछले 67 दिन से धरना दे रहे किसानों ने सोमवार को मेरठ विकास प्राधिकरण(मेडा) कार्यालय पहुंच कर हंगामा कर दिया। मेडा के गेट में ही ताला जड़कर किसान धरने पर बैठ गए। बाद में मेडा अधिकारियों की ओर से आश्वासन दिया गया कि प्रस्ताव बोर्ड से पास होकर पहले ही शासन को भेजा जा चुका है। किसान नेता राजन चौधरी ने बताया कि वर्ष 2015 में हुए समझौते के अनुसार किसान अपनी जायज मांगों को लेकर वेदव्यासपुरी में धरने पर बैठे हैं, लेकिन मेडा अफसर मुआवजा देने के बजाय किसानों को गुमराह कर रहे हैं। मुआवजे पर कार्रवाई नहीं हो रही है। उधर, किसान नेता मंगत सिंह ने बताया कि ऊर्जा राज्य मंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर और मेडा सचिव ने धरना स्थल पर आकर किसानों से वार्ता कर आश्वासन दिया था कि श...