नई दिल्ली, अगस्त 1 -- गुरुवार को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने एक बड़े बदलाव के लिए प्रस्ताव पेश किया। सेबी के इस नए प्रस्ताव के अनुसार बड़े आईपीओ (IPO) में क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स की हिस्सेदारी बढ़ाई जाए। वहीं, खुदरा निवेशकों की रिजर्व लिमिट को घटाया जाए। सेबी का इस प्रस्ताव के पीछे की तर्क है कि बीते कुछ सालों के दौरान खुदरा निवेशकों की आईपीओ में योगदान स्थिर रहा है।क्या है सेबी का प्रस्ताव रेगुलेटर का प्रस्ताव है कि 5000 करोड़ रुपये से अधिक के साइज वाले आईपीओ में रिटेल निवेशकों का हिस्सा 35 प्रतिशत से घटाकर 25 प्रतिशत कर दिया जाए। वहीं, इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 प्रतिशत कर दी जाए। इसके अलावा लाइफ इंश्योरेंस कंपनी और पेंशन फंड को म्यूचुअल फंड्स के साथ एंकर निवेशकों वाली र...