नई दिल्ली, नवम्बर 4 -- पूर्व रेल मंत्री और कांग्रेस नेता ललित नारायण मिश्र की हत्या को हुए अब 50 साल से ज्यादा हो चुके हैं। इस बीच भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मामले की नई और कोर्ट-निगरानी में जांच की मांग की है। चौबे का कहना है कि मिश्र की हत्या के मामले में गलत लोगों को दोषी ठहराया गया और सीबीआई ने इस हत्याकांड की जांच ठीक से नहीं की थी।क्या हुआ था 2 जनवरी 1975 को बिहार के समस्तीपुर में रेल परियोजना का उद्घाटन करते समय ग्रेनेड विस्फोट में ललित नारायण मिश्र की मौत हो गई थी। तत्कालीन जांच में सीबीआई ने 'आनंद मार्ग' संगठन के चार सदस्यों संतोषानंद, सुदेवानंद, गोपालजी और रंजन द्विवेदी को आरोपी बनाया था। लगभग चार दशक बाद, 2014 में दिल्ली की एक अदालत ने इन चारों को दोषी ठहराया और ...