सहरसा, सितम्बर 20 -- सहरसा, नगर संवाददाता । शहर की सबसे पुरानी बड़ी दुर्गा मंदिर में मां दुर्गा अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए प्रसिद्ध है। यहां हर भक्तों की मनोकामना पूरी होती है।बड़ी दुर्गा स्थान में अष्टमी के दिन मध्य रात्रि में भगवती को 56 प्रकार के व्यंजन से महाभोग लगता है। निशा पूजा की रात मध्य रात्रि से मां के श्रृंगार महाआरती के बाद निशा पूजा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है।शहर में करीब दस जगहों पर मूर्ति बनाकर या संगमरमर की प्रतिमा स्थापित कर शक्ति की देवी मां दुर्गा की पूजा की जाती है। लेकिन बड़ी दुर्गा मंदिर के प्रति श्रध्दालुओं की इतनी आस्था है कि अष्टमी के दिन खोइंछा भरने के लिए सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ती है। कहा जाता है कि यहां सब्जी मंडी में स्थित मंदिर में करीब सौ वर्षो से मां की पूजा की जाती है। रेलवे स्टेशन...