मुजफ्फरपुर, अगस्त 11 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। थियोसोफिकल लाज नया टोला दो दिवसीय बज्जि पेंटिंग कार्यशाला का उद्घाटन बज्जिका सुजनी कला के लिए पद्मश्री सम्मान से सम्मानित निर्मला देवी ने किया। मुख्य अतिथि उदय नारायण सिंह ने कहा कि बज्जि पेंटिंग का संबंध प्रागैतिहासिक काल से है। तब के लोग अपनी गुफाओं की पहचान के लिए गुफाओं के बाहर चित्र बनाते थे, जिससे उनके गुफाओं की पहचान होती थी। वहीं कला समयानुसार कबीलों से होते हुए देश, राज्य और अचल की पहचान बनीं। वैशाली और चेचर की पुरातात्विक खुदाई से प्राप्त मिट्टी के बर्तनों पर विभिन्न प्रकार की कला कृति मिली। वहीं कला कृतियां आज बज्जि पेंटिंग के नाम से जानी जा रही है। इस बज्जि पेंटिंग को पुनर्जीवित करने का श्रेय मुजफ्फरपुर की बेटी कंचन प्रकाश को जाता है,जिनकी पेंटिंग भारत के संग्रहालय की ही शो...
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