अलीगढ़, नवम्बर 6 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। कुष्ठ उन्मूलन अभियान बजट के अभाव में दम तोड़ रहा है। कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता फैलाने और नए मरीजों की पहचान के लिए हर साल अगस्त में यह अभियान चलता है। पर, इस बार शुरू नहीं हो सका। स्वास्थ्य विभाग के पास न तो पर्याप्त बजट है और न ही मैन पावर, जिससे सर्वे अधर में लटक गया है। हर साल अगस्त में 14 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में करीब 800 टीमें गठित की जाती हैं, जिनमें आशा कार्यकर्ता और एक पुरुष स्वास्थ्यकर्मी शामिल होता है। ये टीमें गांव से लेकर शहर तक घर-घर जाकर कुष्ठ रोग के लक्षणों की जांच करती हैं। प्रत्येक टीम को प्रति दिन 2100 रुपये दिए जाते हैं, लेकिन इस बार धन की अनुपलब्धता के कारण काम ठप पड़ा है। अभियान न चलने से अतरौली, बिजौली, छर्रा, सांकरा और दादों जैसे प्रभावित क्षेत्रों में रोगियों ...