मेरठ, अप्रैल 28 -- मेरठ। सदर आर्य समाज के 131वें स्थापना दिवस पर विशेष आयोजन किया गया। नोएडा से आए आचार्य जयेंद्र सरस्वती ने जीवन में धर्म की महत्ता को समझाया। कहा कि हमें अपने आत्म स्वभाव के अनुसार पल-पल देश और समाज के प्रति जागरुक रहकर शुचिता पूर्वक जीवन जीने की महत्ता को समझाना होगा। बच्चों को संस्कारवान बनाना चाहिए। संचालन आर्य समाज के प्रधान चंद्रकांत ने किया। कवि विजय प्रेमी पूर्व प्रधान ने कविता पाठ किया। पहलगाम की आतंकी घटना पर दुख जताते हुए कहा कि अगर एक हाथ में माला है तो दूसरे हाथ में भाला भी जरूरी है। श्रीचंद्र ने सुनाया कि जहां धर्म ध्यान का वैदिक चिंतन जिसने दिया घनेरा, वो आर्य समाज है मेरा। मांगे राम, डॉक्टर समरेंद्र चौधरी, ज्ञानेंद्र सक्सेना, धर्मेंद्र मित्तल, सुधीर सक्सेना, राजेश सेठी, सुशील बंसल आदि रहे।

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