गिरडीह, सितम्बर 19 -- जमुआ। जमुआ प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय गांधी चौक तारा में 2002 से बैजनाथ मंडल विकलांगता के बावजूद शिक्षा की मशाल जला रहे हैं। बचपन में ही पोलियो ग्रस्त बैजनाथ ने अपने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना किया लेकिन हार नहीं मानी। आर्थिक तंगी और शारीरिक चुनौतियों के बावजूद उन्होंने मैट्रिक राज्य संपोषित उच्च विद्यालय मांडू एवं ग्रेजुएशन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय खुला विश्वविद्यालय नई दिल्ली से पढ़ाई पूरी की और टीचर ट्रेनिंग भी हासिल की। बैजनाथ मंडल का बचपन से ही सपना था कि वे एक आदर्श शिक्षक बनकर अपने गांव एवं इलाके के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें। उनका मानना है कि शिक्षा ही वह हथियार है जो समाज को सशक्त और जागरूक बना सकती है। इसी सोच के तहत उन्होंने पारा शिक्षक के रूप में उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय गांधी...