रुडकी, फरवरी 23 -- रामनगर स्थित आर्य समाज मंदिर में रविवार को महर्षि दयानंद सरस्वती के 201वें जन्मदिस पर विशेष यज्ञ किया गया। इस दौरान प्रवचकों ने लोगों को अपने बच्चों को वैदिक शिक्षा देने के लिए प्रेरित किया। रविवार को यज्ञ के ब्रह्म आचार्य योगेंद्र मेधावी, यज्ञ के यजमान आनंद राणा और उनकी पत्नी रहीं। आचार्य योगेंद्र मेधावी ने महर्षि दयानंद सरस्वती के जीवन पर प्रकाश डाला। कहा कि उनके शिष्य स्वामी श्रद्धानंद ने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय की स्थापना की और अपने दोनों पुत्रों को भी गुरुकुल में सर्वप्रथम दाखिला करवाया। कहा हमें वेदों की ओर चलना चाहिए और आर्य समाज के नियमों का पालन करते हुए अपने बच्चों को वेदों की शिक्षा देनी चाहिए जिससे उनका चरित्र और शारीरिक दोनों ही विकास हो सके।

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