पूर्णिया, जून 8 -- धमदाहा, एक संवाददाता। दो अबोध बच्चे की जान लेने वाली मां नीलम देवी ने बच्चों को जहर खिलाने के पांच घंटे बाद डब्बा में बाकी बचे जहर को निगला। इधर, कुरसेला से सतमी गांव पहुंचे वीरेंद्र महतो ने सूचना मिलने पर आनन- फानन में पत्नी को अस्पताल पहुंचा दिया, जहां अब वह स्वस्थ हो चुकी है। घटना के बारे में बताया जाता है कि गुरुवार की रात 11:00 बजे के करीब रात में पहले दोनों बच्चे को जहर देने के बाद नीलम ने घर के सामानों को तोड़फोड़ किया। 27500 रुपए नकदी को भी जला दिया। जहर खाने के 3 घंटे के बाद नीलम को होश आया कि बच्चा जीवित है या मर गया। होश आने के बाद वह बच्चों को हिलाने लगी। बाद में बच्चें को बचाने के लिए नींबू का पत्ता वगैरह खिलाई। उसने खुद सुबह 5:00 के करीब डब्बे में बाकी बचे जहर को निकल लिया, जिससे वह बेहोश हो गई थी। हालांकि...