लखनऊ, अक्टूबर 31 -- बच्चों में अस्थमा के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। करीब 14 प्रतिशत बच्चे अस्थमा की चपेट में है। अस्थमा से प्रतिवर्ष बच्चों के स्कूल न जा पाने एवं हास्पिटल में भर्ती होने का सबसे प्रमुख कारण है। यह जानकारी केजीएमयू पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. वेद प्रकाश ने दी। वह गुरुवार को केजीएमयू के शताब्दी भवन फेज-2 के प्रेक्षागृह में 59वें आईसीएएआईकॉन सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। केजीएमयू के पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग की तरफ से कार्यक्रम हुआ। डॉ. वेद प्रकाश ने कहा कि बच्चों में अस्थमा के मुख्य कारण आनुवंशिकी है। इसके अलावा पर्यावरणीय कारक जैसे धूल, पराग, पालतू जानवरों की रूसी और वायु प्रदूषण है। इसके अलावा श्वसन संक्रमण, ठंडी, सूखी हवा में और तंबाकू के धुएं से अस्थमा को ट्रिगर कर सकत...