नई दिल्ली, जुलाई 30 -- बाल यौन शोषण के मामलों में सपोर्ट पर्सन की अनिवार्य रूप से नियुक्ति के 2023 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पीड़ितों की मदद के लिए द सेंटर फॉर लीगल एक्शन एन बिहेवियर चेंज फॉर चिल्ड्रेन (सी-लैब) ने देश में अपनी तरह का पहला सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया। सी-लैब एक संस्थान है जो कानून के शासन पर अमल के जरिए बच्चों के सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने में योगदान दे रहा है। बता दें कि देश में 2019 से 2022 के बीच पॉक्सो के तहत दर्ज मामलों में 300 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। बच्चों के प्रति यौन अपराध की बढ़ती घटनाओं के कारण पीड़ित बच्चों की सहायता के लिए योग्य सपोर्ट पर्सन की कमी साफ दिख रही है। सपोर्ट पर्सन यौन शोषण पीड़ित बच्चों की कानूनी, चिकित्सकीय और भावनात्मक तरीके से मदद करता है और उन्हें समाज की मुख्य धारा में लाने में मदद कर...
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