देहरादून, मई 3 -- शिक्षाजगत में रंगमंच का महत्व धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। इस तरह के नाट्य समारोह बच्चों के अंदर एक नये तरीके का आत्मविश्वास पैदा करते हैं । बच्चे को मोबाइल की आभासी दुनिया से बाहर निकालकर समाज को एक नए तरीके से समझने का अवसर देते हैं। ये बात दून विवि की कुलपति डा.सुरेखा डंगवाल ने शनिवार को विवि में आयोजित एक दिवसीय बाल नाट्य समारोह के दौरान कही। कार्यक्रम में बच्चों को संबोधित करते हुए सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य पंकज नौटियाल ने कहा यह नाट्य समारोह उनकी प्रतिभाओं को निखारने के लिए एक नए द्वार खोलेगा। डा. एचसी पुरोहित का कहना है कि बच्चों के लिए थिएटर कार्यशालाएँ रचनात्मकता, संचार कौशल और आत्मविश्वास को बढ़ावा देने के साथ-साथ भावनात्मक विकास और सामाजिक कौशल को बढ़ाने के लिए कई लाभ प्रदान करती हैं। इस दौरान पहला...
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